लेखनी प्रतियोगिता -18-Jul-2022
ऐ कलम
तू आज सब सच बोल दे
व्यर्थ के बंधन सभी
अब खोल दे।
तेरी मुट्ठी में
सभी के राज हैं
सारे परिवर्तन
तेरे मोहताज हैं
तू दिशा दे
वीर रस अब घोल दे
ऐ कलम तू आज सब सच बोल दे।
इस जगत को
क्रांति का उपहार दे
अपनी स्याही को
शब्दों का आकार दे
मलिनता को दूर कर
कठिनाइयों को तोल दे
ऐ कलम तू
आज सब सच बोल दे
बिन तेरे
सब ज्ञान बेआवाज़ है
बिन तेरे
संसार बेअंदाज है
दिखा जादू
ज्ञान के पट खोल दे
ऐ कलम तू
आज सब सच बोल दे।।
Seema Priyadarshini sahay
19-Jul-2022 06:23 PM
बहुत खूबसूरत
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Anshumandwivedi426
19-Jul-2022 06:54 PM
सादर धन्यवाद
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Punam verma
19-Jul-2022 08:40 AM
Nice
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Anshumandwivedi426
19-Jul-2022 10:28 AM
Thanks
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Abhinav ji
19-Jul-2022 07:43 AM
Very nice
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Anshumandwivedi426
19-Jul-2022 08:14 AM
Thanks a lot
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